इस पर्वत का नाम ‘एवरेस्ट’ क्यों पड़ा? जानकारी प्राप्त कीजिए।
माउंट एवरेस्ट का नाम वेल्स के सर्वेयर और जियोग्राफर जॉर्ज एवरेस्ट के नाम पर रखा गया है। ऐसा इसलिए किया गया था क्योंकि सबसे पहले जॉर्ज एवरेस्ट ने ही एवरेस्ट की सही ऊंचाई और लोकेशन बताई थी| इसी कारण से जॉर्ज एवरेस्ट के नाम पर साल 1865 में माउंट एवरेस्ट को नाम दिया गया। इससे पहले इसे पीक-15 के नाम से जाना जाता था। माउंट एवरेस्ट को तिब्बती लोग चोमोलंगमा और नेपाली लोग सागरमाथा (स्थानीय नाम) कहते थे।
जॉर्ज एवरेस्ट वर्ष 1830 से 1843 के दौरान भारत के सर्वेयर जनरल रहे थे। 1862 में रॉयल जियोग्राफल सोसाइटी के वाइस प्रेसिडेंट रहे। इतना ही नहीं, अपने कार्यकाल में उन्होंने ऐसे उपकरण पेश किए, जिनसे सर्वे का सटीक आंकलन किया जा सकता है।